आज से लागू हुआ बैंक का नया नियम, बैंक जाने से पहले जरूर जान लें यह अपडेट!

Susi

आज से लागू हुआ बैंक का नया नियम, बैंक जाने से पहले जरूर जान लें यह अपडेट!

बैंकिंग क्षेत्र में समय-समय पर नियमों में बदलाव होते रहते हैं, जो ग्राहकों और बैंकों दोनों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। हाल ही में, भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने ‘अपने ग्राहक को जानें’ (KYC) नियमों में संशोधन किए हैं, जो तुरंत प्रभाव से लागू हो चुके हैं। इन परिवर्तनों का उद्देश्य मनी लॉन्ड्रिंग नियमों में हाल के संशोधनों के अनुरूप मौजूदा दिशा-निर्देशों को अद्यतन करना है।

KYC नियमों में प्रमुख बदलाव

आरबीआई ने KYC से जुड़े छह नियमों में बदलाव किए हैं, जो निम्नलिखित हैं:

  1. यूनिक कस्टमर आइडेंटिफिकेशन कोड (UCIC) का उपयोग: रेगुलेटेड एंटिटीज़ (REs) को अब UCIC स्तर पर कस्टमर ड्यू डिलिजेंस (CDD) लागू करना होगा।
  2. डिजिटल KYC की सुविधा: ग्राहकों को अब डिजिटल माध्यम से KYC प्रक्रिया पूरी करने की सुविधा मिलेगी, जिससे समय और संसाधनों की बचत होगी।
  3. आधार आधारित KYC: आधार कार्ड के माध्यम से KYC प्रक्रिया को सरल और तेज बनाया गया है, जिससे ग्राहकों की पहचान सत्यापन में आसानी होगी।
  4. KYC दस्तावेज़ों का अद्यतन: ग्राहकों को अपने KYC दस्तावेज़ों को नियमित अंतराल पर अद्यतन करना होगा, ताकि उनकी जानकारी हमेशा सही और वर्तमान रहे।
  5. ग्राहक की सहमति: KYC प्रक्रिया के दौरान ग्राहकों की स्पष्ट सहमति आवश्यक होगी, जिससे उनकी गोपनीयता और अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
  6. KYC प्रक्रिया में पारदर्शिता: बैंकों को KYC प्रक्रिया के सभी चरणों में पारदर्शिता बनाए रखनी होगी, जिससे ग्राहकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

बैंकों के लिए निर्देश

आरबीआई ने बैंकों को निर्देशित किया है कि वे इन नए KYC नियमों का पालन सुनिश्चित करें और ग्राहकों को इन परिवर्तनों के बारे में सूचित करें। इसके अलावा, बैंकों को अपने कर्मचारियों को इन नए नियमों के बारे में प्रशिक्षण देना होगा, ताकि वे ग्राहकों की सहायता कर सकें।

ग्राहकों के लिए सुझाव

ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंक से संपर्क करें और यह सुनिश्चित करें कि उनके KYC दस्तावेज़ अद्यतन हैं। यदि किसी दस्तावेज़ में परिवर्तन हुआ है, तो उसे तुरंत बैंक को सूचित करें। इसके अलावा, डिजिटल KYC की सुविधा का लाभ उठाएं, जिससे बैंकिंग सेवाओं का उपयोग और भी सरल हो जाएगा।

आरबीआई द्वारा KYC नियमों में किए गए ये बदलाव बैंकिंग प्रणाली को अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और ग्राहक-मित्रवत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। ग्राहकों को इन नए नियमों के बारे में जागरूक रहना चाहिए और अपने बैंक के साथ मिलकर इनका पालन सुनिश्चित करना चाहिए, ताकि बैंकिंग सेवाओं का लाभ बिना किसी बाधा के प्राप्त किया जा सके।

KYC क्या है?

KYC का पूर्ण रूप ‘Know Your Customer’ है, जिसका अर्थ है ‘अपने ग्राहक को जानें’। यह एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से बैंक और वित्तीय संस्थान अपने ग्राहकों की पहचान सत्यापित करते हैं।

KYC दस्तावेज़ों में कौन-कौन से दस्तावेज़ शामिल होते हैं?

KYC के लिए पहचान प्रमाण (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड) और पते का प्रमाण (जैसे बिजली बिल, राशन कार्ड) आवश्यक होते हैं।

डिजिटल KYC क्या है?

डिजिटल KYC एक ऑनलाइन प्रक्रिया है जिसके माध्यम से ग्राहक अपने दस्तावेज़ों को डिजिटल माध्यम से जमा कर सकते हैं और उनकी पहचान सत्यापित की जा सकती है।

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